सुजात आंबेडकर ने रिपब्लिकन एकता की बात करने वाले आंबेडकरवादी नेताओं पर कसा तंज, कहा - अपनी पार्टी का वंचित में कर लीजिए विलय

बुलढाणा: रामदास अठावले आंबेडकरवादी नेता प्रकाश आंबेडकर के नेतृत्व में गणतांत्रिक एकता की बात की थी। इस पर वंचित बहुजन अघाड़ी के युवा नेता सुजात आंबेडकर ने ऐसे सभी आंबेडकरवादी नेताओं पर तंज कसा है। उन्होंने बुलढाणा ज़िले के नांदुरा में आयोजित एक सभा के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान यह तंज कसा। उन्होंने कहा कि अगर आप प्रकाश आंबेडकर के नेतृत्व में गणतांत्रिक एकता चाहते हैं, तो आइए और अपनी सभी पार्टियों का वंचित बहुजन अघाड़ी में विलय कर दीजिए।
सुजात ने कहा, “दिखावे के लिए किए गए आंदोलन अगर पाँच पार्टियाँ और दस नेता मिलकर में मुंबई के आज़ाद मैदान में दो सौ लोग भी नहीं जुटा पाए। वे कभी भी स्थापित वंचित बहुजन अघाड़ी के आंबेडकरवादी विचारों के साथ एक आह्वान पर जुटने वाले ईमानदार शिलादारों की भीड़ की बराबरी नहीं कर सकते। नांदुरा बुलढाणा के लोगों ने यह कर दिखाया है।”
उन्होंने यह भी कहा, “अन्य आंबेडकरवादी नेताओं को जनता का समर्थन नहीं है। दस-पंद्रह नेताओं का एक साथ आना ज़रूरी नहीं है, बल्कि समाज का एक साथ आना ज़रूरी है। समाज ने एक साथ आकर अपना नेता चुना है, जो बालासाहेब आंबेडकर हैं।”
सुजात आंबेडकर ने कार्यकर्ताओं से कहा, “वंचित बहुजन अघाड़ी ज़मीनी कार्यकर्ताओं की पार्टी है। अगर नंदूरा आज जैसी ही ताकत दिखाते रहे, तो उन्हें स्थानीय निकायों में सत्ता हासिल करने से कोई नहीं रोक सकता। हमें विचारों की इस लड़ाई को पूरी ताकत, जोश और चेतना के साथ लड़ना होगा और हर स्थानीय स्वशासन निकाय का चुनाव जीतना होगा।”

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